जड़ता का नाम जीवन नहीं, उगती फसल सा रूप अपनाएं , मनुष्यता के स्तर से न गिरें,धरातल पर जड़ता का नाम जीवन नहीं, उगती फसल सा रूप अपनाएं , मनुष्यता के स्तर से न गिरें,...
मगर प्रकृति का यह संचालन मेरे वश में कहां ? मगर प्रकृति का यह संचालन मेरे वश में कहां ?
छाया बसन्त छाया बसन्त
प्रियसी का वंशीधर बनकर तथाकथित समाज को चिढ़ाते हुए खूब निमग्न होकर प्रेम धुन लिए.... प्रियसी का वंशीधर बनकर तथाकथित समाज को चिढ़ाते हुए खूब निमग्न होकर प्रेम ध...
हम सबको ही जीना सिखाती है, इस संसार में। हम सबको ही जीना सिखाती है, इस संसार में।
नर नारायण से भी ऊपर सेवा है गौ माता की।। नर नारायण से भी ऊपर सेवा है गौ माता की।।